मामला नागपुर के दो व्यापारी द्वारा रुपए छीनने की शिकायत का
शनिवार प्रमुखता से प्रकाशित खबर।
दुनावा चौकी पहुंचे शिकायतकर्ता।
मुलताई। नागपुर के दो व्यापारियों से रुपए छीनने सहित चौकी ले जाकर मारपीट करने एवं धमकी देने के मामले को शनिवार को नवदुनिया द्वारा प्रमुखता से खबर प्रकाशित की गई थी। खबर प्रकाशन के बाद एसपी धर्मेंद्र भदौरिया द्वारा दुनावा चौकी प्रभारी मोहित दुबे सहित एक आरक्षक को लाइन हाजिर कर दिया।
दुनावा चौकी प्रभारी मोहित दुबे सहित आरक्षक रामराव पर फर्नीचर बेचने वालों ने मारपीट करके रूपए छीनने का आरोप लगाया था। इस आरोप के बाद पुलिस अधीक्षक द्वारा चौकी प्रभारी एवं आरक्षक को लाइन हाजिर करने के आदेश दिए हैं। शनिवार को नवदुनिया द्वारा प्रमुखता से इस खबर का प्रकाशन किया था। खबर प्रकाशन के बाद एसपी ने मामले में गंभीरता दिखाते हुए त्वरित कार्रवाई की है। शुक्रवार नागपुर निवासी कोहिनूर पिता रंजीत रामटेके उम्र 21 वर्ष तथा सागर पिता प्रहलाद मोहिते उम्र 23 वर्ष दोनों निवासी नागपुर वाडी गणेश नगर दवला मेटी नागपुर महाराष्ट्र ने शपथ पत्र के माध्यम से कहा है कि वे दोनों प्लायवूड के फर्नीचर का व्यवसाय करते हैं। जो 19 फरवरी को दुनावा पहुंचे तथा इसकी जानकारी दुनावा चौकी प्रभारी मोहित दुबे को दी गई साथ ही उनके द्वारा आधार कार्ड एवं पेनकार्ड दिखाए गए। उनके द्वारा 19 एवं 20 फरवरी को कुल 72 हजार 500 रुपए का फर्नीचर बेचा गया तथा आनलाइन भुगतान 13 हजार 700 रुपए करते हुए उनके पास कुल 58 हजार 800 रुपए की राशि शेष बची। शपथकर्ता युवकों ने बताया कि 20 फरवरी की रात लगभग 10.15 बजे नशे में धुत्त सिपाही के साथ चौकी प्रभारी मोहित दुबे पहुंचे और दोनों को चौकी में ले गए जहां उनके साथ गाजी गलौज एवं मारपीट करते हुए अपमानित किया गया। युवकों के अनुसार उनके जेब से फर्नीचर बिक्री की पूरी 58 हजार 800 रुपए निकाल ली गई। जेब से पुलिस द्वारा पूरी राशि निकालने से उनके पास खर्चे के लिए रखे कुल 1200 रुपए भी छीन लिए गए। शपथकर्ताओं ने आरोप लगाया कि पुलिस द्वारा जबरदस्ती उनसे एक कागज पर हस्ताक्षर कराए गए, जिसे वे पढ़ नहीं पाए। इस मामले में कैबिनेट मंत्री द्वारा भी कार्रवाई का आश्वासन दिया गया था। जिसके दूसरे ही दिन चौकी प्रभारी एवं आरक्षक पर कार्रवाई की गाज गिरी।
गरीब व्यापारियों की राशि मिलेगी या नहीं
इधर चौकी प्रभारी एवं आरक्षक पर कार्रवाई की गाज तो गिर गई है, लेकिन यहां सवाल यह उठता है कि जो राशि पुलिस द्वारा गरीब व्यापारियों से ली गई है वह उन्हें वापस मिलेगी अथवा नहीं। व्यापारियों के अनुसार दुनावा में दो दिनों तक व्यापारियों द्वारा प्लायवूड का फर्नीचर लाकर बिक्री की गई थी जिससे उन्हें जो राशि मिली थी वह पुलिस ने ले ली जिससे वह आर्थिक रूप से टूट गए हैं। यहां तक कि उनके पास फूटी कौड़ी भी नहीं बची थी। इससे एक तरफ जहां उसका व्यापार भी प्रभावित हुआ है,वहीं उनके फर्नीचर बिक्री की राशि मिलेगी भी या नहीं इसे लेकर संशय की स्थिति बनी हुई है, जिससे निर्धन व्यापारी परेशान हैं तथा भविष्य में कभी भी महाराष्ट्र से दुनावा एवं मुलताई आने के लिए तौबा कर रहे हैं।