
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. जी.सी. चैरसिया ने बताया कि मंगलवार को प्रमुख सचिव स्वास्थ्य डॉ. पल्ल्वी जैन गोविल द्वारा दिये गये निर्देशानुसार चीन के हुबई राज्य के वुहान शहर में एक नये प्रकार के कोरोना वायरस से निमोनिया के प्रकरण पाये गये है। कोरोना वायरस से सामान्य खांसी, गंभीर श्वसन संक्रमण जैसी बीमारियां होती है। इसमें मनुष्य से मनुष्य में संक्रमण फैलने की संभावना होती है। इस संबंध में वरिष्ठ कार्यालय से चिकित्सकों तथा स्वास्थ्य कर्मियों की जागरूकता हेतु एडवाइजरी जारी की गई है। मंगलवार को स्वास्थ्य विभाग द्वारा आयोजित वीडियो कांफे्रंसिंग में इस संबंध में प्रमुख सचिव स्वास्थ्य द्वारा निर्देश भी जारी किये गये।
डॉ. चौरसिया ने बताया कि जिले में कोरोना वायरस से निपटने के संबंध में जिला टास्क फोर्स का आयोजन किया जा चुका है। साथ ही रैपिड रिस्पॉन्स टीम का भी गठन किया जा चुका है। जिला चिकित्सालय में इस प्रकार के मरीजो को हेंडल करने हेतु व्यवहारिक प्रशिक्षण की तैयारी मॉक-ड्रिल के माध्यम से 02 मार्च को की गई। पर्सनल प्रोटेक्शन किट एवं मास्क की व्यवस्था भी की गई है। बीमारी होने की स्थिति में सेंपल (ब्लड सिरम थ्रोड सेंपल) लेने तथा जांच हेतु पुणे (महाराष्ट्र) भेजने की व्यवस्था की गई है।
डॉ. चौरसिया ने इस संबंध में जिला अस्पताल एवं समस्त विकासखण्डों के खण्ड चिकित्सा अधिकारियों को निर्देश जारी किये हैं। डॉ. चैरसिया ने यह भी बताया कि कोरोना वायरस से चिन्हित एक भी मरीज अभी जिले में नहीं पाया गया है, अत: सजग रहें, किन्तु अनावश्यक भयभीत न हों तथा अफवाहों पर ध्यान न दें।
गंभीर श्वसन संक्रमण से पीडि़त भर्ती मरीज जिसे खांसी व बुखार की तकलीफ रही है तथा जिसका कारण स्पष्ट न हो रहा हो, के लक्षणों में तेज बुखार (38 डिग्री सेल्सियस से अधिक), खांसी, गले में खराश, सांस फूलना आदि लक्षण प्रकट होने के 14 दिन के भीतर चीन, इटली, ईरान, थाइलेंड आदि देशों की यात्रा की हो, कोई स्वास्थ्य कर्मी जो गंभीर श्वसन के मरीज के संक्रमण में आया हो चाहे उसका यात्रा इतिहास न हो, मरीज जिसमें असामान्य तथा असंभावित लक्षण प्रकट हो रहे हों व संभव इंलाज के बाद भी हालत में सुधार नहीं हो रहा हो व कारण स्पष्ट न हो पा रहा हो तथा जिसका यात्रा इतिहास भी न हो। वह व्यक्ति जिसमें गंभीर श्वसन संक्रमण के लक्षण प्रकट हो तथा लक्षण प्रकट होने के भीतर वह किसी कन्फर्म केस के संपर्क में आया हो, किसी प्रकरण को रिपोर्ट करने वाले अस्पताल गया हो, किसी रिपोर्ट करने वाले देश से आये हुए जानवर के सीधे संपर्क में आया हो।
संक्रमण में सावधानी रखने के लिए आवश्यक है कि खांसते-छींकते समय मुंह पर रूमाल या कपड़ा लगायें, हाथ को आंख, नाक मुंह में न लगाएं, अनावश्यक किसी से हाथ न मिलाएं एवं भीड़ वाले स्थानों पर अधिक समय तक न रूकें, संभावित संक्रमित रोगी के संपर्क में न आएं, गले न लगाएं, हाथों को साबुन से स्वच्छ पानी से धोएं, अधिक मात्रा में तरल पदार्थ एवं पौष्टिक आहार का सेवन करें, मास्क का उपयोग करें तथा किसी भी प्रकार के लक्षण दिखाई देने या संक्रमण की स्थिति में तत्काल जिला चिकित्सालय या नजदीकी स्वास्थ्य संस्थाओं में संपर्क करें। सावधानी एवं सतर्कता से बचाव आसान हैं।

प्रमुख सचिव स्वास्थ्य डॉ. पल्लवी जैन गोविल द्वारा दिये गये निर्देशानुसार आगामी होली पर्व को देखते हुये गुलाल से सूखी होली खेला जाना उपयोगी रहेगा। पानी एवं रंगों का उपयोग होली खेलते समय न करें। किसी भी प्रकार का संक्रमण त्यौहार के दौरान न फैले इसलिए नमस्ते कैम्पेन चलायें एवं वायरस से बचें।
कोरोना वायरस के संक्रमण की रोकथाम एवं बचाव हेतु प्रदेश का नोवल कोरोना वायरस कंट्रोल रूम, दूरभाष टोल फ्री नंबर 104 हेल्थ हेल्प लाइन प्रतिदिन प्रात: 8 बजे से सायंकाल 8 बजे तक कमला नेहरू अस्पताल, हमीदिया अस्पताल के पास, भोपाल में स्थापित किया गया है।
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