
मुलतापी समाचार मनोज कुमार अग्रवाल
जबलपुर: अंतरराष्ट्रीय प्रज्ञा मिशन के संस्थापक महामंडलेश्वर स्वामी प्रज्ञानंद महाराज शनिवार की शाम दिल्ली स्थित आश्रम में ब्रह्मलीन हो गए। सोमवार को कटंगी स्थित प्रज्ञा धाम में संतो के द्वारा समाधि दी जाएगी।
स्वामी प्रज्ञानंद की शिष्या शादी विभानंद ने बताया कि स्वामी जी ने शनिवार को दैनिक चर्या के साथ ही सुबह नाश्ता और दोपहर में भोजन किया और विश्राम में चले गए। शाम को सेवक जब उनके कमरे में गया तो उन्होंने कोई हरकत नहीं की। बताया जा रहा है कि सोते समय उन्हें हृदयाघात हुआ। सड़क मार्ग से प्रज्ञानंद का पार्थिव शरीर रविवार को दिल्ली से कटंगी लाया जाएगा। जिसके बाद संतों द्वारा अभिषेक किया जाएगा। सोमवार को सुबह 11:00 बजे प्रज्ञा धाम कटंगी में समाधि दी जाएगी।
कटंगी में 3 सितंबर 1945 को जन्मे महामंडलेश्वर प्रज्ञानंद महाराज के शिष्य कई देशों में हैं। 75 देशों में उन्होंने भारतीय संस्कृति की पताका लहराई। प्रारंभ में शिक्षकीय कार्य करते हुए गायत्री परिवार के श्रीराम शर्मा आचार्य जी से जुड़े रहे। 30 वर्ष में वे सन्यास मार्ग में बढ़ते हुए कई देशों की यात्राएं की। साउथ अमेरिका के श्रीनाम में आज भी शाम 7:00 बजे रेडियो और टेलीविजन में गायत्री संध्या होती है। जिसे महाराज जी ने शुरू किया था।
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