
मुलतापी समाचार मनोज कुमार अग्रवाल
भोपाल: मध्य प्रदेश के किसान वैसे भी काफी परेशान हैं अब उसे फसल के नुकसान की भरपाई के लिए उसे उम्मीद थी कि पुराने बीमे की रकम आएगी तो राहत मिलेगी, लेकिन कई जगह जब किसानों के अकाउंट में रकम आई तो उनके होश उड़ गए। किसी इलाके में किसान को ₹1 मिला तो किसी इलाके में 11 रूपए। इतना कम पैसा आने पर अन्नदाता आक्रोशित है। साथ ही कांग्रेस को बैठे-बिठाए एक मुद्दा मिल गया है। कांग्रेस ने इसे लेकर विरोध तेज कर दिया है। कांग्रेस इस मुद्दे को जमीन पर उतारने की तैयारी कर रही है।
मध्य प्रदेश के 22 लाख अन्नदाताओं को शिवराज सिंह चौहान ने पिछले साल के नुकसान की बीमे की राशि उनके खाते में ट्रांसफर की। इस कार्यक्रम में उनके साथ उज्जैन में कृषि मंत्री कमल पटेल और वरिष्ठ अफसर भी मौजूद थे। लेकिन किसानों के अकाउंट में जब पैसा पहुंचा तो वह खुश होने के बजाय और नाराज हो गए। एक तरफ अतिवृष्टि से फसल बर्बाद ऊपर से बीमे की रकम के नाम पर 1 रुपए खाते में आया। बैतूल जिले में किसान के खाते में 92 रुपए आए।
कृषि मंत्री कमल पटेल ने कहा कि यह बीमा कंपनी की गलती है। समीक्षा बैठक में निर्देश जारी किए गए थे कि किसानों का कोई भी क्लेम 2 हजार रुपए से कम का नहीं बनेगा। अगर किसानों को 2-4 रुपए का बीमा आया है तो गलत है। इस पर जांच होगी।
अब जब कम से कम 2 हजार रुपए किसानों के खाते में डालने के निर्देश है तो एक रुपए से लेकर 100 रुपए तक की रकम कैसे पहुंची यह बड़ा सवाल है।
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