
जिला जेल में आजीवन सजा काट रहे बंदी ने गिलास से अपना गला काटा
15 दिनों में जेल के भीतर 3 बंदियों ने की आत्महत्या करने की कोशिश
मुलतापी समाचार
बैतूल – जिला जेल में बंदियों द्वारा आत्महत्या करने जैसे गम्भीर अपराध लगातार किये जा रहे जेल में बंदियों की इस तरह की कोशिशों से यह लगता है कि जेल में कुछ ठीक नही चल रहा है | मंगलवार को एक बंदी ने अपना गला काटकर जान देने की कोसिश की गई घायल अवस्था मे बंदी को जिला अस्पताल लाया गया था उपचार के बाद वापस जेल ले जाया गया है|
307 के मामले में आजीवन कारावास की सजा काट रहा बंदी दुलारी पिता सोमलाल ने मंगलवार की सुबह खाना खाते समय पानी पीने के गिलास से अपने गले को काटने की कोशिश की थी जिसमे वह घायल हो गया था बंदी ने बीमारी से परेशान होने की वजह से यह कदम उठाया था घायल अवस्था मे जेल से बंदी को अस्पताल लाया गया और इलाज के बाद वापिस जेल लेजाया गया है|
दो बंदियों ने एसिड पीकर आत्महत्या की कोशिश पहले भी कर चुके
जिला जेल में खाना नही मिलने को लेकर और उनके साथ मारपीट करने से परेशान दो बंदियों ने 21 अक्टूबर टॉयलेट एसिड पीकर जान देने की कोशिश की थी जिसमे से एक बंदी की भोपाल में मौत हो चुकी है बंदियों द्वारा इस तरह के उठाये जा रहे कदम से जेल की व्यवस्थाओं पर और जेल अधीक्षक की कार्यप्रणाली पर सवाल उठने लगे है /
इनका कहना 307 मामले में आजीवन सजा काट रहे बंदी जो कि थोड़ा मानसिक बीमार है खाना खाते समय गिलास से गला काटने की कोशिश थी जिसे जिला अस्पताल ले जाया गया था डॉक्टरों ने उसके गले मे टांके लगा दिए है अभी वह ठीक है जेल वापिस लाया गया/बी के कुडापे जिला जेल अधीक्षक बैतूल